प्रधानाध्यापक अवकाश तीन दिन पहले से ही था बिना किसी को कार्य भार दिए हुए

किसके निगरानी मै विद्यालय चल रहा
पतरघट प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय मानिकपुर में एमडीएम घोटाला, शिक्षा विभाग की मिलीभगत से चल रहा फर्जीवाड़ा
शनिवार को बच्चों का पाेर्टल पर बन गया मध्याह्न।
सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए भले ही तरह-तरह के मापदंड अपना रही है, लेकिन शिक्षा पदाधिकारी और स्कूल के प्रधानाध्यापक आपस में मिलकर बच्चों की पढ़ाई तो दूर की बात मध्याह्न भोजन भी गटक जा रहे हैं। प्रखंडों में मध्याह्न भोजन घोटाला बड़े पैमाने पर सामने आ रहा है।
ताजा मामला शनिवार को सामने आया, जब प्राथमिक विद्यालय मानिकपुर के प्रधानाध्यापक अवकाश पर तीन दिन पहले से ही था बिना किसी को कार्य भार दिए हुए अवकाश पर चले जाना कहीं ना कहीं सवाल तो खरा होना लाजमी है।
आखिरकार किसके निगरानी मैं विद्यालय चल रहा था वहीं ग्रामीणों के द्वारा लगाए गए आरोप कि बड़े पैमाने पर मध्यान भोजन में लुट हो रहा है बच्चा को फल और अंडा नसीब नहीं हो रहा है मेनू हिसाब से भोजन नहीं मिल पा रहा है। वही ग्रामीणों ने बताया कि अगर इस स्कूल की शौचालय की बात की जाए तो एक भी शौचालय सुचारू रूप से चालू नहीं है गंदगी यों से भरा पड़ा हुआ है आखिर यहां के बच्चे सोच करने के लिए कहां जाएंगे।