बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ जिला इकाई मधेपुरा के निर्णय के आलोक में प्रखंड स्तरीय रब्बी महोत्सव् 2022 का काला पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन किया

बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ जिला इकाई मधेपुरा के निर्णय के आलोक में प्रखंड स्तरीय रब्बी महोत्सव् 2022 का काला पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन किया
आपको बता दे कि किसान सलाहकार का चयन बिहार में जनसेवक की भारी कमी को देखते हुए 2010 में कृषि विभाग में की गई थी ,जिसका उल्लेख कृषि रोडमेप में भी बराबर होती रही है
2015 में कृषि विभाग ,वित्त विभाग,विधि विभाग एवं महाधिवक्ताओं से भी सलाह मसवारा लेकर जनसेवक की बहाली में किसान सलाहकारों को भी 25 अंक के वेटेज देकर अधीमानता देते हुए जनसेवक नियमावली स्वीकृति देते हुए प्रशासी विभाग को निर्देश दिया गया था लेकिन आज तक सरकार के सौतेलापन रवैया के चलते अभी तक वो फाईल सरकारी महकमे में चक्कर काट रही है
राज्य से पूर्व से किसान सलाहकारों को उनके कर्तव्य एवं दायित्व का उल्लेख हुआ करता था लेकिन 2022 के इस रब्बी महोत्सव में किसान सलाहकारों को दायित्व से अलग रखा है जिससे हमलोगो में काफी रोष व्याप्त है कृषि निदेशालय बिहार के द्वारा किसान सलाहकारों अपने एक पंचायत का ही दायित्व दिया जाने से संबंधित निदेश प्राप्त है परन्तु अधिकारियों के द्वारा किसान सलाहकारों बिना किसी अतिरिक्त मानदेय के दो से अधिक पंचायत का जबरन प्रभार दिया गया है जो की इस महंगाई में अल्प मानदेय में संभव नही है\
अतः इसी आलोक में हमलोगो ने निर्णय लिया है की जबतक हमलोगो का समायोजन जनसेवक में नही किया जाता है तब तक हमलोग चरण बद्ध आंदोलन कार्यालय से लेकर सदन तक करते रहेंगे ज्ञातव्य हो की आज के इस महंगाई युग में मात्र 13000 रु का अल्प मानदेय देकर सरकार के द्वारा काफी सौतेलापन व्यवहार किया जा रहा जिससे हमलोगो की स्थिति काफी दयनीय स्थिति हो चुकी है
इस विरोध प्रदर्शन के मौक़े पर किसान सलाहकार संघ के जिला अध्यक्ष श्री उमेश कुमार ,पंकज कुमार, धीरेंद्र कुमार ,रजनीश कुमार ,जवाहर कुमार,नीरज कुमार ,सुशील किसान ,रानी कुमारी,ब्रजनन्दन कुमार इत्यादि मौजूद थे
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