भाजपा नेता की हत्या में नगर निगम चौकी प्रभारी समेत 9 पुलिस कर्मचारी निलंबित, 17 के खिलाफ केस

समय रहते असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप में पुलिस कमिश्नर ने नगर निगम के चौकी प्रभारी समेत नौ पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड नगर निगम चौकी प्रभारी नीरज ओझा भी हैं।

वाराणसी में सिगरा के जयप्रकाश नगर कॉलोनी में मंगलवार की रात हुई भाजपा नेता की हत्या को शासन और डीजीपी ने गंभीरता से लिया है।इस मामले में पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बड़ी कार्रवाई की है। समय रहते असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप में पुलिस कमिश्नर ने नगर निगम के चौकी प्रभारी समेत नौ पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड नगर निगम चौकी प्रभारी नीरज ओझा, दरोगा ललित पांडे, हेड कांस्टेबल देवी यादव, अनूप राय, मोहन कुमार कांस्टेबल रामअवतार, नितिन, सुधांशु और दिनेश को पुलिस लाइन से संबद्ध कर दिया गया है।
वहीं, दूसरी ओर भाजपा नेता के छोटे बेटे राजन की ओर से 17 लोगों के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। इसमें से 5 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस मामले में नामजद अन्य बदमाशों की भी शीघ्र गिरफ्तारी कर ली जाएगी।इसके लिए पांच टीमें लगातार उनके घरों और अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि प्राथमिकता के आधार पर रात में है पशुपति सिंह का पोस्टमार्टम करा डेड बॉडी परिजनों को सौंप दी गई है। बता दें कि बुधवार की रात पशुपति सिंह की कुछ मनबढ़ों ने लाठी-डंडे और रॉड से हमला कर हत्या कर दी थी। उनके छोटे बेटे राजन को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया था। बेटे का इलाज ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।
पुलिस की मदद से बाप-बेटे को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया। वहां डॉक्टरों ने पशुपति सिंह को मृत घोषित कर दिया। राजन के सिर सहित शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। उसका इलाज चल रहा है। वारदात की जानकारी मिलते हुए पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश, अपर पुलिस आयुक्त संतोष सिंह सहित पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस आयुक्त ने सिगरा थाना को टीम गठित कर जल्द से जल्द गिरफ्तारी का निर्देश दिया है।