भारत के लक्षदीप के इन दो बीचों को मिला ‘ब्लू फ्लैग’, दुनिया के सबसे स्वच्छ समुद्र तट की लिस्ट में हुए शामिल
ब्लू बीच की सूची में दो और भारतीय समुद्र तट शुमार हो गए हैं। भारत में अब 12 ब्लू फ्लैग समुद्र तट हैं दुनिया के सबसे स्वच्छ समुद्र तटों को यह इको-लेबल दिया जाता है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस पर खुशी जताई है।
नई दिल्ली, एजेंसी। ‘ब्लू बीच’ की सूची में भारती के दो और समुद्र तटों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही भारत में अब 12 ब्लू फ्लैग समुद्र तट हो गए हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस उपलब्धि पर खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, गर्व का क्षण। दो और भारतीय समुद्र तटों ने ब्लू बीच की सूची में जगह बनाई है।
भूपेंद्र यादव बोले- गर्व का क्षण…
भूपेंद्र यादव ने आगे लिखा कि लक्षद्वीप में मौजूद मिनिकॉय थुंडी बीच और कदमत बीच दोनों को ब्लू बीच की प्रतिष्ठित सूची में शामिल किया गया हैं। जिनमें दुनिया के सबसे स्वच्छ समुद्र तटों को शामिल किया जाता है।
क्या है ‘ब्लू फ्लैग’ सर्टिफिकेशन?
दरअसल, लक्षद्वीप स्थित दो नए समुद्र तटों मिनिकॉय थुंडी बीच और कदमत बीच को वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त और प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय इको-लेबल ‘ब्लू फ्लैग’ प्रदान किया गया है। इसके साथ ही भारत में ब्लू फ्लैग के तहत प्रमाणित समुद्र तटों की संख्या 12 हो गई है। दुनिया के सबसे स्वच्छ समुद्र तटों को फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन द्वारा ‘ब्लू फ्लैग’ सर्टिफिकेशन दिया जाता है।
भूपेंद्र यादव ने पीएम मोदी का जताया आभार
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस गौरवशाली क्षण की घोषणा करते हुए खुशी व्यक्त की। उन्होंने सभी को बधाई देते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चिरस्थायी पर्यावरण के निर्माण की दिशा में भारत की अथक यात्रा का एक भाग है।
पर्यटकों के लिए स्वर्ग से कम नहीं दोनों बीच
बता दें कि थुंडी बीच लक्षद्वीप द्वीपसमूह के सबसे प्राचीन और मनोरम समुद्र तटों में से एक है। यहां पर बिछी सफेद रेत, खाड़ी या लैगून के फिरोजा नीले पानी से घिरी है। यह तैराकों और पर्यटकों दोनों के ही लिए किसी स्वर्ग के समान है। वहीं, कदमत बीच विशेष रूप से क्रूज पर्यटकों में लोकप्रिय है, जो वॉटर स्पोर्ट्स के लिए इस द्वीप पर आते हैं। सफेद मोतियों सी रेत, खाड़ी का नीला पानी, मध्यम जलवायु और मैत्रीपूर्ण स्थानीय लोगों वाला यह तट प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग की तरह लगता है।
दोनों बीचों पर हैं सफाई के पूरे इंतजाम
दोनों तटों पर साफ-सफाई और रखरखाव के लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं। तैराकों की रक्षा और सुरक्षा के लिए नामित कर्मचारियों की तैनाती की गई है। दोनों समुद्र तट फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंट एजुकेशन (FEE) द्वारा जारी सभी 33 मानदंडों का पूरा करते हैं।