रमवां स्टेशन के पास रविवार की सुबह मालगाड़ी बेपटरी हो गई, इससे हावड़ा-दिल्ली रेल रूट बाधित हो गया। सूचना मिलते रेलवे अफसरों के साथ तकनीकी टीम पहुंच गई है और राहत कार्य शुरू कर दिया है। करीब 30 वैगन पटरी से उतरे हैं और ट्रैक क्षतिग्रसत होने से रेल रूट पर ट्रेनों का आवागमन बंद हो गया है। प्रयागराज और कानपुर की तरफ से आने वाली ट्रेनों को रोक दिया गया

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स्लीपर क्षतिग्रसत और उखड़ गया ट्रैक

रमवां स्टेशन के समीप रविवार की सुबह करीब 10:26 बजे मालगाड़ी अपनी गति से गुजर रही थी। कुछ दूर चलने के बाद स्टेशन के पास ही मालगाड़ी के 30 वैगन पटरी से उतर गए और पूरा ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया। एक-दूसरे से टकराते हुए वैगन आसपास के ट्रैक पर पहुंच गए। हादसे में रेल लाइन के स्लीपर व पटरियां उखड़ गई हैं। इससे दिल्ली हावड़ा रेल रूट पर ट्रेनों का संचालन बाधित हो गया है। कानपुर और प्रयागराज में ट्रेनों को रोका जा रहा है।

चौरीचौरा, महानंदा और कालका समेत कई ट्रेनें रोकीं

हादसे के बाद खाागा और प्रयागराज के बीच चौरीचौरा, महानंदा, मूरी, कालका, नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेनों को रोक दिया गया है। डाउन लाइन उधमपुर एक्सप्रेस रोकी गई है। डाउन वंदे भारत बिंदकी रोड स्टेशन में रोक दी गई है। वहीं जानकारी के बाद प्रयागराज रेलवे स्टेशन और कानपुर रेलवे स्टेशन पर रूट पर जाने वाली ट्रेनों को रोका जा रहा है।

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रेलवे अफसर मौके पर पहुंचे

कंट्रोल रूम से मिली सूचना पर रेलवे  अफसरों में खलबली मच गई और तत्काल तकनीकी स्टाफ मौके पर पहुंच गया है। रेलवे के अफसरों ने बताया कि प्रयागराज और जिला मुख्यालय से अफसर भी मौके पर गए हैं। डीआरएम मोहित चंद्रा भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं स्थानीय रेलवे प्रशासन के अफसर और ट्रैक मरम्मत के लिए टीमें भी पहुंच रही हैं। दुर्घटना के कारणों की जांच करने वाली टीम भी मौके पर पहुंच रही है।

छह से सात घंटे में ट्रेन संचालन बहाल होने की उम्मीद

हादसे में मालगाड़ी के वैगन एक- दूसरे पर चढ गए और अप-डाउन लाइन पर पहुंच गए। इससे दोनों लाइनों की पटरियां और स्लीपर क्षतिग्रस्त हुए हैं। रेलवे अफसरों ने मालगाड़ी के वैगन और मलबा ट्रैक से हटवाना शुरू कर दिया है। रेलवे अफसरों ने छह से सात घंटे में रेल रूट बहाल होने की उम्मीद जताई है।

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