लैंड फॉर जॉब्स स्कैम में कितनी जमीनें लालू परिवार के नाम हुईं, सीबीआई चार्जशीट में मिला पूरा हिसाब
सीबीआई की तरफ से कहा गया है कि लालू प्रसाद की बेटी हेमा यादव के खिलाफ भी साक्ष्य मिले हैं। हालांकि, अभी उसका नाम आरोपितों की सूची में शामिल नहीं किया गया है। तफ्तीश जारी है।
रेलवे में हुए कथित लैंड फॉर जॉब्स स्कैम में सीबीआई की चार्जशीट में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार के लोगों के नाम हुई जमीनों का पूरा ब्योरा दिया गया है। जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती समेत 19 लोगों को आरोपी बनाया है। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि किस तरह लालू परिवार के कई सदस्य इस घोटाले में शामिल रहे और किस-किस की संपत्ति को नौकरी के बदले लिया गया।
सीबीआई द्वारा आरोपपत्र के साथ लगाई गई सूची के अनुसार ये संपत्तियां लालू परिवार के नाम की गईं-
1. पटना के महुआबाग के रहने वाले किशन देव राय ने 3375 वर्गफुट जमीन राबड़ी देवी के नाम 3.75 लाख रुपये में कर दी और इसके बदले किशन देव के पोतों राजकुमार, मिथिलेश और अजय कुमार को मुम्बई में ग्रुप डी के पोस्ट पर रखा गया। किशन देव अब इस दुनिया में नहीं हैं।
2. महुआबाग के ही रहने वाले संजय राय ने 3375 वर्गफुट फीट जमीन का पार्सल राबड़ी देवी के नाम 3.75 लाख रुपये के सेल डीड पर किया और इसके बदले संजय राय, धर्मेंद्र और विकास को मुम्बई में रेलवे में नौकरी मिली।
3. बिंदोल गांव बिहटा, पटना की रहने वाली किरणदेवी ने तकरीबन 80905 वर्गफुट जमीन लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती के नाम 3.70 लाख रुपये के सेल डीड पर स्थानान्तरित की। इसके बदले इनके बेटे अभिषेक कुमार को वर्ष 2008 में मुंबई में रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी मिली।
4. महुआबाग के हजारी राय ने अपनी तकरीबन 9527 वर्गफुट जमीन एके इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड, दिल्ली आधारित कंपनी के नाम पर 10 लाख 83 हजार के सेल कन्सिड्रेशन पर की और इसके बदले इनके दो भतीजों दिलचंद और प्रेम कुमार को जबलपुर और कोलकाता रेलवे में नौकरी मिली। जांच में सामने आया कि कंपनी के सभी अधिकार लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी और बेटी के नाम 2014 में किए गए थे और बाद में ये कंपनी की डायरेक्टर भी बनी थीं।
5. ऐसे ही महुआबाग के लाल बाबू ने अपनी 1360 स्क्वायर फीट जमीन राबड़ी देवी के नाम 13 लाख के सेल कंसिडरेशन पर की थी। इसके बदले में इनके बेटे लाल चंद को वर्ष 2006 में जयपुर रेलवे जोन में नौकरी दी गई।
6. महुआबाग के विशन देव ने 3375 स्क्वायर फीट जमीन सीवान के रहने वाले लल्लन चौधरी के नाम की। इसके बदले इनके पोते पिंटू कुमार को वर्ष 2008 में मुम्बई में नौकरी दी गई। जांच में पता लगा कि लल्लन चौधरी ने गिफ्ट डीड के तौर पर ये जमीन मीसा यादव के नाम कर दी। उस समय इस जमीन का सर्किल रेट 62 लाख 10 हजार रुपये था।
7. महुआबाग पटना के ब्रज नंदन ने अपनी 3375 स्क्वायर फीट जमीन गोपालगंज के रहने वाले हृदयानंद चौधरी के नाम 4 लाख 21 हजार रुपये के सेल डीड पर कर दी। जांच में पता लगा कि हृदयानंद चौधरी को वर्ष 2005 में हाजीपुर में नियुक्त किया गया था और इसने ये जमीन गिफ्ट डीड के तौर पर हेमा यादव के नाम कर दी। इस जमीन की कीमत उस वक्त सर्किल रेट के हिसाब से 62 लाख, दस हजार थी।
हेमा यादव के खिलाफ जांच जारी
सीबीआई की तरफ से कहा गया है कि लालू प्रसाद की बेटी हेमा यादव के खिलाफ भी साक्ष्य मिले हैं। हालांकि, अभी उसका नाम आरोपितों की सूची में शामिल नहीं किया गया है। तफ्तीश जारी है। जल्द इस पर पूरक आरोपपत्र दायर किया जा सकता है।