Kidney diet:- बीमार किडनी को तुरंत ठीक कैसे करें 5 फूड्स के माध्यम से|
Kidney diet:- बीमार किडनी को तुरंत ठीक कैसे करें 5 फूड्स के माध्यम से|
Kidney Diet शरीर में किसी भी तरह की बीमारी हो जाए तो आपको डाइट बदलने की सलाह दी जाती है। किडनी बीमार हो जाए तो खाने में कई तरह के परहेज़ की ज़रूरत होती है। आइए जानें ऐसे फूड्स के बारे में जो किडनी के लिए अच्छे साबित होते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Kidney Diet: नैशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, दुनियाभर में 10 फीसदी लोग ऐसे हैं जो किडनी की बीमारी से जूझते हैं। हमारे शरीर में दो किडनी होती हैं, जो राजमा की तरह दिखती है और कई महत्वपूर्ण काम करती हैं। इसमें अपशिष्ट उत्पादों को छानना, रक्तचाप को नियंत्रित करने वाले हार्मोन जारी करना, शरीर के तरल पदार्थों को संतुलित करना, मूत्र का उत्पादन करना और कई अन्य आवश्यक कार्य शामिल हैं।
किडनी को नुकसान कैसे पहुंचता है?
डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की बीमारी के सबसे आम जोखिम कारक हैं। हालांकि, मोटापा, स्मोकिंग, जेनेटिक्स, उम्र और लिंग भी किडनी के नुकसान का ख़तरा बढ़ाता है। जब किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रही होती, तो इससे रक्त में अपशिष्ट का निर्माण होता है, जिसमें भोजन से आने वाले अपशिष्ट उत्पाद भी शामिल हैं। यही वजह है कि जो लोग किडनी की बीमारी से जूझ रहे होते हैं, उन्हें खास डाइट फॉलो करने की ज़रूरत होती है।
मायो क्लीनिक के अनुसार, अगर आप किडनी की किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, या किडनी किसी वजह से सही तरीके से काम नहीं कर रही हैं, तो डॉक्टर आपको खास रीनल डाइट की सलाह देंगे। इस डाइट में ऐसे फूड्स शामिल होंगे, जिनमें सोडियम, प्रोटीन, पोटेशियम और फॉसफोरस की मात्रा कम होगी। तो आइए जानें ऐसे फूड्स के बारे में जो किडनी के लिए अच्छे होते हैं।
लाल शिमला मिर्च
रिसर्च के मुताबिक, लाल शिमला मिर्च में पोटेशियम की मात्रा कम होती है, साथ ही यह विटामिन-ए, सी, बी6, फॉलिक एसिड और फाइबर से भरपूर होती हैं। यह लाइकोपीन से भी भरपूर होता है, जो कैंसर को दूर रखने में मदद करता है। इन्हें भूनकर खाया जा सकता है या सलाद में काटा जा सकता है।
सेब
सेब एंटी-इंफ्लामेटरी, फाइबर और विटामिन्स के गुणों भरे होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने, कब्ज़ से बचाने और किडनी को स्वस्थ रखने का काम करते हैं। सेब को कच्चा, पका कर या फिर जूस की पीना भी फायदेमंद हो सकता है।
क्रेंबेरी
रिसर्च के मुताबिक, क्रेनबेरी मूत्र मार्ग में संक्रमण (UTI) के लिए एक प्राकृतिक दवा की तरह काम करती हैं। यह पेशाब में एसिडिक का स्तर बढ़ाती हैं, जिससे बैक्टीरिया ख़त्म होता है। साथ ही क्रेनबेरी कैंसर से बचाव का काम भी करती हैं।
फैटी फिश
वसायुक्त मछली ओमेगा 3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरी होती हैं, जिसका निर्माण हमारा शरीर अपने आप नहीं कर सकता। इसी स्थिति में, हफ्ते में तीन बार मछली खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। साथ ही शरीर में सूजन भी कम होती है और कैंसर से लड़ता है।
लहसुन
जो लोग किडनी की बीमारी से जूझ रहे होते हैं, उनके लिए लहसुन का सेवन फायदेमंद होता है। किडनी की दिक्कत में सोडियम का सेवन भी कम करने की ज़रूरत होती है, जिसमें नमक भी शामिल है। ऐसे में लहसुन नमक का अच्छा विकल्प माना जाता है। इससे न सिर्फ खाने का स्वाद बेहतर होता है, बल्कि इसके पोषक तत्व भी बढ़ते हैं। यह मैंगनीज़, विटामिन-सी और विटामिन-बी6 का भी अच्छा स्रोत है। इसके अलावा, इसमें सल्फर यौगिक होते हैं, जिनमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं।