राजस्व कार्यालय सन्हौला में दलालों की चलती है मनमानी आम पब्लिक है परेशान इसका जिम्मेदार है कौन|
संवाददाता विभूति सिंह|
राजस्व कार्यालय सन्हौला में दलालों की चलती है मनमानी आम पब्लिक है परेशान इसका जिम्मेदार है कौन|
लोकेशन- सन्हौला,भागलपुर|
एंकर-एक बार फिर राजस्व कार्यालय पर उठ रहे सवाल सनहौला राजस्व कार्यालय का एक बार फिर वीडियो हो रहा वायरल।बिहार में राजस्व कार्यालय पर कब तक उठता रहेगा सवाल?आखिर इसका जिम्मेदार है कौन क्यों अंचल कार्यालय बना दलालों का अड्डा आखिर इसका जिम्मेदार कौन आखिर कब तक उठता रहेगा बिहार सरकार पर सवाल मामला कहां का है जरा आप भी देख लीजिए कैसे दलाल के द्वारा गरीब व्यक्ति को ठगा जाता है और कैसे अवैध उगाई किया जाता है।
यह वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है वीडियो कहां का है पूरा खबर देखने के बाद पता चलेगा भागलपुर जिले के सन्हौला अंचल कार्यालय अंतर्गत राजस्व कार्यालय के ऑफिस में कर्मचारी के जगह दलाल करते हैं अवैध उगाही एवं सरकारी कागजात का उलट-पुलट, सूत्रों के अनुसार पता चला है कि मोटेशन व रसीद कटाने के नाम पर राजस्व कार्यालय में कर्मचारी के दलालों के द्वारा अवैध उगाही किया जाता है।सनहौला राजस्व कर्मचारी रहने के बावजूद ऑफिस में दलालों का अड्डा जमा रहता है पूर्व में भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुका है जिसको लेकर कार्रवाई भी हुई थी और कर्मचारी को बर्खास्त भी किया गया था।लेकिन कुछ दिन बाद फिर से दलालों का रहना सहना शुरू हो गया है आम आदमी को ठगने का काम किया जा रहा है।सरकारी रजिस्टर के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है आखिर इसका जिम्मेदार कौन है, इस मामले में जब सूचना सन्हौला अंचलाधिकारी कृष्ण मोहन कुमार से बात किया गया तो उन्होंने तथ्यों की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही और आरो आकाश कुमार ने 2 दिनों के अंदर जांच कर कार्रवाई की बात कही जिसकी सूचना कहलगांव डीसीएलआर को भी दी गई है।
अब देखना यह है कि धोरैया अंचल की तरह छोटी मछली पर कार्रवाई होती है या बड़ी मछली पे आखिरकार छोटी मछली पर क्यों होती है करवाई आखिर बड़ी मछली पर क्यों नहीं होती है करवाई ?क्या सन्हौला अंचलाधिकारी नहीं है दोषी क्या अंचलाधिकारी को नहीं था मालूम कि इनके सनहौला राजस्व कार्यालय चल रहा है दलालों के भरोसे आखिर इसका जिम्मेदार है कौन ?आखिर कब तक चलता रहेगा राजस्व कार्यालय में दलालों का खेल अब देखना यह की अनुमंडल पदाधिकारी और जिला प्रशासन क्या करती है करवाई? अब देखना यह है कि इस तरह के मामले में किस तरह की कार्रवाई की जाती है या फिर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है?