नशे के कारोबार के खिलाफ एकजुट हुआ वार्ड सदस्य के पीछे सभी ग्रामीण डीआईजी शिवदीप लांडे और एसपी लिपि सिंह के कार्यालय पहुंच गए सैकड़ो लोग
नशे के कारोबार के खिलाफ एकजुट हुआ वार्ड सदस्य के पीछे सभी ग्रामीण डीआईजी शिवदीप लांडे और एसपी लिपि सिंह के कार्यालय पहुंच गए सैकड़ो लोग
सहरसा । अब नशे के कारोबारियों को लोग चिन्हित कर रहे हैं। गांव के लोग तंग तबाह होने के बाद एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी को शराब कारोबारियों और उनके संरक्षकों का नाम बता रहे हैं। लेकिन पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए नशे के कारोबारियों को संरक्षण देने की बात कह रहे है। जिससे मामला पेचीदा हो रहा है।
जिले के महिषी थाना क्षेत्र अंतर्गत तेलहर पंचायत के पोखरभिंडा गांव के वार्ड नंबर – 13 के वार्ड सदस्य माहेश्वर साह कोशी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे और एसपी लिपि सिंह से मिलने पहुंचे। उनके साथ उनके ही गांव के कई दर्जन महिला-पुरुष भी डीआईजी और एसपी से मिलने पहुंचे थे। सभी अपने वार्ड , गांव सहित पूरे पंचायत में शराब सहित नशे के कारोबार में संलिप्त कारोबारियों और उनके समर्थकों के नाम को चिन्हित कर लिखित शिकायत दर्ज कराना चाहते थे। साथ ही नशे के कारोबारियों और उनके संरक्षक पर कार्रवाई की भी गुहार लगा रहे थे।
क्या कह रहे थे ग्रामीण –
वार्ड सदस्य सहित पंचायत से पहुंचे दर्जनों महिला-पुरुष ने एक स्वर में बताया कि उनके गांव पोखर भिंडा में शराबबंदी के बाद से ही प्रतिबंधित देशी-विदेशी शराब , कोरेक्स और गाजा की चोरी-छिपे बिक्री हो रही थी। शुरू में इस धंधे में संलिप्त लोग गुप्त रूप से और चोरी-छिपे कारोबार करते थे। लेकिन विगत पंचायत चुनाव के बाद प्रतिबिंबित नशे के कारोबारी अब खुलेआम इन मादक पदार्थों का बिक्री कर और करवा रहे हैं। जिससे उनके वार्ड सहित पूरे गांव में अशांति , झगड़ा-फसाद , हो-हंगामा , चोरी-छिनतई के साथ-साथ महिला का शीलभंग जैसे जघन्य अपराध लगातार हो रहे हैं। उनके गांव के अलावे पोखरभिंडा तेलहर सुनसान मार्ग एवं उनके अगल-बगल के बगीचा में नशेड़ीओ और तस्करों का जमघट लगा रहता है। जिनके भय से कोई कुछ नहीं बोल पाता है।
चिन्हित हुए शराब कारोबारी और संरक्षक –
वही उन्होंने बताया कि उनके गांव के स्व नूनू शाह के पुत्र जगदीश साह , उनकी पत्नी रानी देवी एवं उनका पुत्र सत्यम कुमार सहित अन्य तस्कर खुलेआम नशे के सामान की खरीद बिक्री करते हैं। जिन्हें उनके ही गांव के स्व हरिमोहन झा के पुत्र जितेंद्र झा और रंजीत झा आर्थिक रूप से पैसे देकर कारोबार करवा रहे हैं। ऐसे में उन्होंने चिन्हित नशे के कारोबारियों और उनके संरक्षक पर कार्रवाई की गुहार लगाई है। वहीं ग्रामीणों का यह भी कहना है कि स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से यह कार्य होता आ रहा है जब हम लोग पुलिस के पास जाकर शराब कारोबारी को चिन्हित करते हैं तो पुलिस उल्टा ही हम लोगों पर ही केस कर दिया ।
BYTE: मनोज पासवान प्रीत व्यक्ति
BYTE : ग्रामीण
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