रूस ने तेज किए हमले तो US फिर आया आगे, यूक्रेन को देगा 72.5 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सैन्य मदद
अमेरिका के सैन्य पैकेज में कोई प्रमुख नया हथियार शामिल नहीं है। इसके बजाय अमेरिकी मदद का मकसद उन हथियार प्रणालियों के लिए हजारों गोला-बारूद का फिर से भंडारण करने में सहायता देना है।
अधिकारियों ने बताया, ‘अमेरिका के सैन्य पैकेज में कोई प्रमुख नया हथियार शामिल नहीं है। इसके बजाय अमेरिकी मदद का मकसद उन हथियार प्रणालियों के लिए हजारों गोला-बारूद का फिर से भंडारण करने में सहायता देना है, जिनका यूक्रेन ने रूस के खिलाफ सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया है।’
रूस का अगला निशाना होगा यूरोप?
नए पैकेज में ‘हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम्स’ के लिए गोले-बारूद देना शामिल है। यह एक अहम हथियार है, जिसने डिपो, पुलों और अन्य अहम ठिकानों पर हमला करने की यूक्रेन की क्षमता में सुधार किया है। इस सप्ताह कई यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को सैन्य सहायता देने की घोषणा की है। ये घोषणाएं यूरोपीय देशों के इस भय को दर्शाती हैं कि रूस का अगला निशाना वे हो सकते हैं।
रक्षा अधिकारी ने बताया कि यूक्रेन को अतिरिक्त वायु रक्षा प्रणालियों की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने उदाहरण के लिए बताया कि रूस ने हाल ही में 24 घंटे की अवधि में यूक्रेन के ठिकानों पर 80 से अधिक मिसाइलें दागीं, लेकिन यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणालियां इनमें से केवल आधी मिसाइलों का पता लगा पाईं।
रूस ने तेज कर दिए हैं कीव पर हमले
रूस ने कामीकेज ड्रोन और मिसाइलों के जरिए कीव में अपने हमले तेज कर दिए हैं। उसने असैन्य क्षेत्रों को निशाना बनाया है, जिसमें एक अस्पताल, किंडरगार्टन और निकोपोल शहर की विभिन्न रिहायशी इमारतें शामिल हैं। वहीं, यूक्रेनी सेना को दक्षिणी मोर्चे पर मिल रही बढ़त से रूस की चिंता बढ़ गई है। वह आंशिक रूप से कब्जे वाले खेरसॉन क्षेत्र के निवासियों को निशुल्क आवास का वादा कर रहा है जो वहां से रूस जाना चाहते हैं।