संवाद सूत्र, बिहारीगंज (मधेपुरा)। मधेपुरा के बिहारीगंज रेलवे स्टेशन का पार्किंग स्थल जांच करने पहुंचे डीसीआई को रेलवे स्टेशन रोड में प्रवेश करते ही ठेकेदार के दबंगई का शिकार होना पड़ा। पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर मंडल अंतर्गत बनमंखी के डीसीआई अमरेन्द्र कुमार लाल सोमवार की शाम आटो पर सवार होकर बिहारीगंज रेलवे स्टेशन जाने के लिए बिहारीगंज के गांधी चौक पर पहुंचते ही आटो चालक उसे उतर कर पैदल रेलवे स्टेशन जाने को कहा।

डीसीआई के अनुरोध पर आटो चालक रेलवे स्टेशन पहुंच पथ पर प्रवेश करते ही कथित ठेकेदार के लोगों ने रोककर तीस रुपये की मांग की। डीसीआई ने ठेकेदार को बुलाने को कहा। ठेकेदार के लोगों ने नव निर्माणाधीन सड़क के किनारे अवैध रूप से बने कच्ची कमरे में जाकर ठेकेदार से मिलने को कहा। डीसीआई ने तीस रुपये का रसीद कटा लिया। जिसपर किसी तरह की राशि अंकित नहीं किया गया था। इसके बाद डीसीआई ठेकेदार से मिलकर अपना परिचय दिया, तो वे हैरान हो गए। उन्होंने ठेकेदार की अभद्रता देखकर उसे रेलवे स्टेशन में कागजात लेकर आने को कहा। लेकिन वे किसी प्रकार का कागजात प्रस्तुत नहीं किए। इस संदर्भ में स्टेशन अधीक्षक ने भी कागजात अप्राप्त रहने की बात बताया। इसके बाद डीसीआई ने संबंधित वरीय पदाधिकारी से जानकारी लेकर कागजात भेजने का आग्रह किया।

स्टेशन अधीक्षक के मोबाइल पर कागजात भेजा गया। कागजात का अवलोकन करने के बाद डीसीआई ने रेलवे पहुंचपथ से वसूली बंद करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन से पहुंचपथ की दूरी लगभग चार सौ मीटर है। जबकि रेलवे की मिक्स पार्किंग रेलवे स्टेशन के बगल में 35/45 फीट का जगह निर्धारित किया गया है। जिसका बांस-बल्ले से घेराव किया जा रहा है। वहीं रेलवे स्टेशन कार्यालय में रेलवे संघर्ष समिति के कार्यकर्त्ताओं व उपस्थित लोगों के साथ बैठक कर डीसीआई ने विभागीय स्तर से कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उन्होंने संवेदक को कई दिशा निर्देश दिए। अधिकारी के जांच पर लोगों ने हर्ष व्यक्त किया है। इस दौरान आरक्षित टिकट आपरेटर सुरेश कुमार, पूर्व प्रमुख राकेश कुमार सिंह, रेल संघर्ष समिति अध्यक्ष अनिल बंधु, प्रकाश कुमार मिट्ठू, रविकांत झा, अभिषेक दर्वे, स्वतंत्र चौरसिया, पवन जायसवाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।