पिता अपनी बेटी के शादी समारोह में लाकडाउन के नियमों का उल्लंघन करना पड़ गया महंगा
शादी समारोह में लाकडाउन के नियमों का उल्लंघन करना पड़ गया महंगा
सुपौल जदिया अंतर्गत बीते दिनों सरकार की गाइडलाइंस नियमों का उल्लंघन करना पिता को परम महाकाल आपको बता दें कि बीते दिनों में एक शादी समारोह में शामिल हुए सैकड़ों आदमी ने मिलकर लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंस की उड़ाई धज्जियां बेटी की शादी में लॉक डाउन का नियम तोड़ना पिता को पड़ा महंगा। कोरोना वायरस की जंग में सरकार ने कुछ सख्त नियम बनाए हैं, जिसमें लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग सबसे अहम है। कुछ लोग इस नियम का पालन कर रहे हैं लेकिन कुछ लोगों ने इसकी धज्जियां उड़ाई हैं।
मामला सुपौल जिले के जदिया थाना अन्तर्गत गुड़िया पंचायत से की है, जहां गुड़िया वार्ड नम्बर 11 निवासी खटर यादव, पिता स्व. फनी यादव ने अपनी बेटी के शादी में भीड़ तो इकट्ठी की है साथ ही शादी की सुचना संबिधित स्थानीय थाने को भी नहीं दी। इधर जिस वक्त शादी विवाह का कार्यक्रम संपन्न हो रहा था, उक्त विवाह कार्यकम की सुचना ग्रामीणों के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी एस जेड हसन को दिया गया।
जिसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी ने टीम गठित कर सीओ दिनेश प्रसाद व जदिया थाना प्रभारी राजेश कुमार चौधरी को जांच हेतु आदेश दिया। आदेश अनुसार सीओ व जदिया थाना प्रभारी ने अपने दल बल के साथ शादी कार्यक्रम के स्थल पर पहुंचे तभी शादी कार्यक्रम में सैकड़ों लोग शामिल थे। पुलिस को देखते ही कार्यकम में शामिल लोग इधर उधर भागने लगे लेकिन विवाह कार्यकम में प्रशासन के द्वार कोई रुकावट नहीं की गई।
वहीं कार्यकम में अधिक लोग शामिल किये जाने को लेकर खटर यादव सहित 60 अज्ञात लोगों पर कांड संख्या 105 /21 शादी समारोह में निर्धारित संख्या से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होनेपर कोरोना गाइडलाइन तोड़ने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनपर आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 और धारा 188 के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया। आपको बता दें कि सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान शादी की इजाजत कुछ शर्तों के साथ दी गई है। शर्त यह है कि शादी समारोह में 20 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो पाएंगे यानी वर और वधू पक्ष दोनों की तरफ से कुल 20 लोग ही शादी में हिस्सा ले सकते हैं।