आखिर ऐसी मीटिंग का क्या फायदा साहब ! बेलगाम अपराधी मारते हैं और सबके सामने से चले जाते हैं, पुलिस क्या करती है ?
एमएनवी न्यूज़ की खास रिपोर्ट
आखिर ऐसी मीटिंग का क्या
फायदा साहब ! बेलगाम अपराधी मारते हैं और सबके सामने से चले जाते हैं, पुलिस क्या करती है ? राजधानी में अपराधी बेलगाम हैं। मारते हैं और सबके सामने से चले जाते हैं। पुलिस बस मौके पर पहुंच कर कार्रवाई के नाम पर जांच करती है और फिर सब कुछ ढ़ाक के तीन पात जैसी वाली स्थिति रह जाती है। चुनाव से लेकर अब तक दर्जनों लूट और हत्याओं के मामले सामने आए हैं, लेकिन पुलिस अपनी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ जांच और थानों में फाइलों के कागजों को भरने का काम कर रही है। इस बीच शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस राज्य पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों समेत सभी जिलों के एसपी से दो टूक कहा हैकि हर हाल में अपराध पर काबू करें, आखिर ऐसी मीटिंग का क्या फायदा साहब शनिवार की बीती रात अपराधियों ने पति के सामने ही उसकी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जाता है कि यह खूनी वारदात चिरैयाटांड़ पुल लूटपाट के दौरान अपराधियों ने एक महिला शायिका परवीन की गोली मारकर दी, जिससे उसकी मौत मौके पर ही हो गई। यह घटना कंकरबाग और कोतवाली थाने इलाके के बॉर्डर पर हुई। इससे पहले भी एक कारोबारी को दिन दहाड़े गोली मारने का मामला आया था, इतना ही नहीं 10 दिनों के बीच 2 करोड़ से अधिक की चोरी और न जाने कई घटनाएं। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि रात के गश्त में पुलिस के आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे, इसके बावजूद पुलिस की नाक के नीचे अपराधी बेलगाम हो गए। आखिर जिम्मेदारी कौन लेगा। इतना ही नहीं राजधानी में अपराध इस कदर हावी है कि आम लोगों को अब नौकरी करने में भी खतरा महसूस होने लगा है। महिलाओं की सुरक्षा की बात करने वाली एनडीए सरकार का ये हाल है कि खुले आम एक महिला शिक्षक को परेशान किया जाता है और पटना पुलिस तमाशबीन बनकर मौज काट रही है। मामला ताजा है जहां पटना के गर्दनीबाग में निजी स्कूल की महिला टीचरों के साथ छेडखानी मामले में पटना पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। महिला शिक्षकों से बदसलूकी करने वाले वार्ड पार्षद पति पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। शिक्षिकाओं ने इस संबंध में पीएमओ से न्याय की गुहार लगाई। इसके बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया। इस केस में अब प्रधानमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया है और बिहार सरकार से जवाब मांगा है। पीएम कार्यालय से मुख्य सचिव को पत्र भेजा गया है। पत्र में यह जानकारी मांगी गई है कि महिला शिक्षिकाओं से छेड़खानी और दुर्व्यवहार केस में क्या कार्रवाई हुई। बता दें कि यह मामला कई महीना पहले का है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी ।
बता दें कि चुनाव के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस राज्य पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों समेत सभी जिलों के एसपी से दो टूक कहा है कि हर हाल में अपराध पर काबू रखें और कानून व्यवस्था बनाए रखें। राज्य में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अपराधियों में कानून का भय पैदा करें। सभी थाना क्षेत्रों में रात्रि गश्ती और बढ़ाएं। वरीय अधिकारी स्वयं भी गश्ती पर निकलें। उन्होंने हिदायद दी कि किसी भी स्तर पर किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश
1. किसी भी स्तर पर लापरवाही में तत्काल कार्रवाई
2. अपराधियों में कानून का भय पैदा करें
3. सभी थाना क्षेत्रों में रात्रि गश्ती और बढ़ायें
3. खुफिया तंत्र को और सृदढ़ करें, ताकि सही सूचना और तेजी से मिल सके
5. प्रमुख शहरों में सीसीटीवी व कॉल सेंटर/हेल्प लाईन की व्यवस्था सुनिश्चित करें